हवा को खुशबू मुबराकफिजा को मौसम मुबराकदिलों को प्यार मुबारक आपको हमारी तरफ से बकरीद मुबारक !
मुबारक मौक़ा अल्लाह ने अता फरमाया, एकबार फिर बंदगी की राह पे चलाया, अदा करना अपना फ़र्ज़ तुम ख़ुदा के लिए---- ख़ुशी से भरी हो ईद उल अजहा आपके लिए!
अल्लाह आपको खुदाई की सारी नेमतें दे, अल्लाह आपको खुशियाँ और अता करे, दुवा हमारी है आपके साथ, बकरा ईद पर आप और सबाब हासिल करें!
खुशियों की शाम और यादो का समां, अपनी पलकों पे हरगिज सितारे ना लाएंगे रखना संभाल कर चन्द खुशियाँ मेरे लिए लौट आऊंगा तो ईद मनाएंगे!
जब कभी बिन मांगे आप पर खुशियों की बरसात हो,जब कभी आपका दिल अंजानी खुशी से बेताब हो,तो समझ लेना कोई आपको दुआओं में याद कर रहा है!
समंदर को उसका किनारा मुबारक़,चांद को सितारा मुबारक़,फूलों को उसकी खुश्बू मुबारक़,दिल को उसका दिलदार मुबारक़,आपको और आपके परिवार को,ईद का त्योहार मुबारक़!
दीपक में अगर नूर न होता, तन्हा दिल यूं मजबूर न होता,मैं आपको ‘ईद मुबारक़’ कहने ज़रूर आता,अगर आपका घर इतना दूर न होता!!ईद मुबारक़!
चुपके से चांद कीरोशनी छू जाए आपको धीरे से ये हवाकुछ कह जाए आपकोदिल से जो चाहते होमांग लो खुदा सेहम दुआ करते हैंमिल जाए वो आपको!
ईद का चांद देखा तो…मेरी तन्हा हथेलियों परआंसू से इक दुआ सजीए खुदायाअगले बरस मेरी जिंदगी मेंया तो ये तन्हा-ए-दिन बाकी न रहेया फिर…जिंदगी के सिसकते लम्हे साथ छोड़ जाएं!
चलो हम ईद मनाएं कि जश्न का दिन हैखुशी के गीत सुनाएं कि जश्न का दिन हैरुखों पे फूल खिलाएं कि जश्न का दिन हैदिलों में प्रीत जगाएं कि जश्न का दिन है!